गर्मी का असर, डायरिया के बढ़े मरीज
गर्मी के कहर से ओपीडी ओवरलोड
इमरजेंसी वार्ड फुल अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़
Shri Ramjanki Times (Santosh Awasthi)
उन्नाव। मौसम की तल्खी ने अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ा दी ही। इसका सीधा असर जिला अस्पताल की ओपीडी में दिख रहा है। सामान्य दिनों के मुकाबले मरीजों की संख्या दोगुनी हो गयी है। सीएचसी पीएचसी से रेफर होकर आ रहे मरीजों की वजह से जिला अस्पताल की ओपीडी ओवरलोड हो गई है। सबसे अधिक मरीज उल्टी व दस्त के आ रहे हैं। जिससे इमेरजेंसी वार्ड से लेकर जनरल वार्ड भी लगातार फुल रहते हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से एक बेड पर दो दो मरीजों को लिटाकर इलाज दिया जा रहा है। जिला अस्पताल में सोमवार को ओपीडी के लिए 900 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया। ओपीडी में सुबह साढ़े आठ बजे से ही मरीजों की लंबी लाइन लग गयी थी। ओपीडी में पैर रखने की भी जगह नही बची थी। धक्का मुक्की के बीच मरीज यहां अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। सबसे अधिक बाल रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन और त्वचा रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। यही हाल बर्न यूनिट स्थित ओपीडी का रहा। यहां सामान्य दिनों की अपेक्षा नेत्र रोग से संबंधित मरीजों की लंबी लाइन दोपहर बाद तक लगी रही।
➤ बच्चों में डायरिया की शिकायत अधिक
बाल रोग विशेषज्ञ डा. ब्रिजकुमार का कहना है कि हर रोज लगभग 40 बच्चे अकेले डायरिया की शिकायत के साथ पहुंच रहे हैं। 20 बच्चे निमोनिया के तो 25 बच्चे बुखार के साथ पहुंच रहे हैं। इस मौसम में बच्चों की सेहत पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों को सर्दी-जुकाम भी बहुत हो रहा है।
➤ खान- पियन का रखे ध्यान
डायरिया में भारी भोजन करने से बचे। मूंग की दाल की खिचड़ी अहम भूमिका निभाती है। इसका कारण यह है कि दस्त के दौरान पाचन तंत्र कमजोर होता है, इसलिए भारी भोजन नहीं लेना चाहिए। मूंग की दाल की खिचड़ी या दलिया सबसे अच्छे हैं। इससे शरीर को एनर्जी मिलेगी और जो खाएंगे, वो पच जाएगा। खिचड़ी के साथ दही या छाछ का सेवन किया जा सकता है।
➤ जांच केंद्र में भीड़ का मजमा
जिला अस्पताल के डायग्नोस्टिक सेंटर में बुधवार को मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। जांच के लिए डेढ़ सौ के ऊपर सैंपल सुबह लिए गए। जांच केंद्र के कर्मियों का मानना है कि बदलते मौसम में संक्रामक बीमारियों के मरीज बढ़े है। जिस वजह से भिड़ भी बढ़ गई है।
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