विद्युत विभाग की लापरवाही ने ले ली युवक की जान
सन्तोष अवस्थी/श्री रामजानकी टाइम्स
उन्नाव घटना उन्नाव जिले में सिकंदर पुर करन ब्लॉक की ग्राम सभा के मजरे महरामऊ की है।वहाँ के रहने वाले महेंद्र यादव पुत्र पुरुषोत्तम यादव की बिजली में चिपक जाने से काल के गाल में समा गए।
ये बिजली विभाग की लापरवाही नही है तो क्या है कि कई महीनों से उस गाँव के लोग जे ई व अन्य अधिकारियों को सूचित करते रहे हैं कि गाँव का ट्रांसफार्मर खराब है जिससे अचानक डबल फेस आ जाता है, वहाँ के प्रधान ने भी कई बार अधिकारियों को इसकी सूचना दी लेकिन ए सी में बैठने वाले अधिकारियों को इससे क्या मतलब।कहे जाते हैं बिजली विभाग के जे ई लेकिन कभी एसी गाड़ी से उतर कर न कभी लाइन की फाल्ट देखेंगे और न ट्रांसफॉर्मर केवल अंदर बैठ कर कागजी कोरम पूरा कर देंगे। आम जनता मरे या कोई बेगुनाह जानवर इनकी बला से।
लाखों रुपए सरकार से तनख्वाह लेने वाले इन कर्मचारियों या अधिकारियों का क्या इतना भी फर्ज नहीं है कि आम जनता की परेशानी को समझे जिससे कोई परेशान न हो और न ही अकारण किसी की मृत्यु हो।
क्या बिजली विभाग सुनेगा या देखेगा की जिसकी मौत हुई है उसके परिवार पर क्या बीत रही है।उसकी बीबी और दो छोटे बच्चे अपनी जिंदगी कैसे बिताएंगे।उसके 3 साल के और दो साल के बच्चे कैसे आगे की पढ़ाई करेंगे।प्राइवेट नौकरी करके अपने परिवार का पेट पालने वाले का परिवार अब कैसे चलेगा यह सोचने का विषय है।
सरकार क्या लाखों रुपए इसीलिए खर्च कर रही है जगह जगह झूलते हुए तार दिखाई दे या खराब ट्रांसफॉर्मर जिनमें अगर कोई खराबी हो तो तुरंत बदला जा सके।जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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