समीक्षा अधिकारी का पर्चा लीक कराने वाला मास्टरमाइंड समेत चार गिरफ्तार (Shri Ramjanki Times)
गिरफ्तार आरोपितों के पास दो लाख नकद, दो लग्जरी गाडिय़ां समेत कई दस्तावेज बरामद
लखनऊ। समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) का पर्चा लीक कराने के मामले में एसटीएफ ने रविवार को एक और मास्टरमाइंड डॉ. शरद व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य मास्टरमाइन्ड राजीव नयन ने गिरफ्तार होने पर डॉ. शरद का नाम लिया था। डॉ. शरद इससे पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं का पर्चा लीक कराने में शामिल रहा है। इस मामले में कई और लोग भी एसटीएफ की रडार पर हैं। गिरफ्तार आरोपितों के पास दो लाख रुपये, दो लग्जरी गाडिय़ां समेत कई दस्तावेज मिले हैं।
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक मास्टरमाइंड डॉ शरद सिंह पटेल मूल रूप से मिर्जापुर के चुनार का रहने वाला है। लखनऊ में वृन्दावन योजना स्थित लवनेस्ट अपार्टमेंट में रह रहा था। उसके साथ पकड़े गये लोगों में राजा बाजार निवासी अभिषेक शुक्ला, प्रयागराज के झूसी निवासी कमलेश कुमार पाल और प्रयागराज के कैंट निवासी अर्पित विनीत यशवंत हैं।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह ने बताया कि 14 मार्च को इस मामले में बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार सिंह और पारा स्थित जीडी मेमोरियल पब्लिक स्कूल का प्रबन्धक सौरभ शुक्ला को पकड़ा गया था। इन दोनों ने ही सबसे पहले राजीव नयन की अहम भूमिका का खुलासा किया था। इसके बाद ही दो अप्रैल को नोएडा में एसटीएफ ने राजीव की पकड़ था। राजीव ने डॉ शरद को 25 लाख रुपये आरओ भर्ती परीक्षा का पर्चा बेचा था। इस दौरान ही अमित सिंह का नाम सामने आया था। अमित चार अप्रैल को गिरफ्तार किया जा चुका है। वह गोमतीनगर में कामर्स की कोचिंग चलाता था। अमित ने खुलासा किया था कि डॉ. शरद व
उसके साथियों ने पलासियो माल के पास चार लग्जरी गाडिय़ों में मोटी रकम लेकर अभ्यर्थियों को लीक पर्चा पढ़वा कर उसका उत्तर रटवाया था।
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