मनुष्य कितना भी गोरा हो उसकी परछाई हमेशा काली ही रहती है : कथावाचक विनोदाचार्य
Shri Ramjanki Times/Anuj Shukla
Asoha Unnao. कलियुग केवल नाम अधारा , सुमिर सूमिर नर उतरहीं पारा ,अर्थात इस युग में सिर्फ नाम ही आधार है इसका जप करने मात्र से ही कल्याण होगा ,उक्त उद्गार अयोध्या से आए कथा वाचक विनोदाचार्य ने रामकथा के आठवें दिन कथा के दौरान कही ।
क्षेत्र के अजयपुर स्थित कुटीबीर बाबा मे चल रहे नव दिवसीय हनुमत रूद्र महायज्ञ एवम् मानस वेदांत संत सम्मेलन में जहां रामकथा के दौरान कथा सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है तो वहीं यज्ञ मे आहुतियां डालने ,यज्ञ की फेरी लगाने के लिए भी महिला पुरुषों की भीड़ लगी रहती है ।
चल रही राम कथा मे अयोध्या से आए विनोदाचार्य ने भक्तो को संबोधित करते हुए कहा मनुष्य कितना भी गोरा हो उसकी परछाई हमेशा काली ही रहती है ,मै श्रेष्ठ हूं यह आत्मविश्वास है परन्तु सिर्फ मऊ ही श्रेष्ठ हूं यह अहंकार है ,मनुष्य की इच्छाएं नहीं पूरी होती है तो क्रोध बढ़ता है , और इच्छाएं पूरी होते ही लोभ बढ़ जाता है ,इस लिए है इन्सान को धैर्य बनाए रखना चाहिए । उन्होंने कहा कि यह संसार माया रूपी एक जाल है पक्षी रूपी मनुष्य अपने जीवन यापन के साथ इस जाल में फसने से बचना है ।माया रूपी मोहिनी से दूर रहो आकर्षण से दूर रहो ,मोह ख़तम कर दो ,देखो कैसे जीवन सरल ओर सुगम हो जाएगा ।
कथा के दौरान दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बीरेंद्र तिवारी ने व्यास पीठ से आशीर्वाद लेते हुए कहा कि रामकथा हम सभी को सत्य के रास्ते पर चलना सिखाती है ,जीवन में कितनी भी कठिनाइयां आजये परंतु धैर्य रखते हुए सत कर्म करते रहना चाहिए ईश्वर जरूर मदद करता है । कथा के दौरान जिला सहकारी बैंक के जिला अध्यक्ष हरी साहाय मिश्र ,सतीश त्रिपाठी, प्रशांत अवस्थी , वाणी कान्त दुवेदी ,जितेंद्र दीक्षित ,ललित शुक्ल , सहित क्षेत्र के पुनीत शुक्ल , उमेश साहू , मो अकील , दिनेश कनौजिया , देश राज रावत , गयाप्रसाद , राजेश साहू , राजेंद्र सिंह , चमन सिंह सहित दो दर्जन ग्राम प्रधानो को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया ।
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