शिक्षक दिवस का बहिष्कार, अनुदान प्राप्त शिक्षकों ने खोला मोर्चा
महासमुंद। शिक्षक दिवस पर जहां एक ओर स्कूलों में शिक्षकों का आज सम्मान किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर शासकीय अनुदान प्राप्त शिक्षक और कर्मचारी संगठन शिक्षक दिवस का बहिष्कार कर मोर्चा खोल दिया है।
सोमवार को शासकीय अनुदान प्राप्त शिक्षक एवं कर्मचारी संगठन ने अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर यहां मुख्यालय में रैली निकाली और मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। शिक्षक संगठन द्वारा सौंपे ज्ञापन में शिक्षकों ने बताया कि अनुक्रम में कर्मचारियों की जायज मांगों का निराकरण नहीं किए जाने के कारण वे शिक्षक दिवस का बहिष्कार करते हुए शासन से उक्त मांगों को पूरा करने ज्ञापन सौंप रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी वे अपनी मांगों से प्रशासन के माध्यम से शासन को अवगत करा चुके हैं लेकिन आज पर्यंत निर्णय नहीं हो पाया है। ज्ञापन सौंपने वालों में अध्यक्ष बंशीलाल साहू, सचिव एस के मानिकपुरी सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी और सदस्य शामिल हैं।
जानिए.. शिक्षकों की 6 सूत्रीय मांगें
प्रदेश के अनुदान प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक, कर्मचारियों को भी पेंशन लागू किया जाए। शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को 1 मई 2013 से राज्य शिक्षक पंचायत संवर्ग के समान समतुल्य वेतनमान का लाभ दिया जाए। शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को 1 जुलाई 2018 से शिक्षक पंचायत संवर्ग के समान पदनाम परिवर्तन किया जाए। 2 वर्ष या उससे अधिक सेवा अवधि पूर्ण करने वाले शेष बचे शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का भी 1 नवंबर 2020 से शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय संवर्ग के कर्मचारियों के समान नियमित 7 वां वेतनमान व पद नाम परिवर्तन किया जाए। अनुदान प्राप्त विद्यालयों के लिए भी राज्य शासन के समान नवीन भर्ती नियम जारी किया जाए। अनुदान प्राप्त विद्यालयों के 2014 से भर्ती पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाए।
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