विधायक प्रतिनिधि की करतूत : आडियो वायरल होने से पुलिस कर्मियों में रोष
फतेहपुर। कस्बा बिंदकी नगर पालिका भवन के सामने स्थित एक विवादित भूमि पर कब्जे को लेकर चल रहे तनाव के बीच विधायक के प्रतिनिधि और बिंदकी कस्बा इंचार्ज रितेश कुमार रॉय के बीच हुई वार्ता का ऑडियो वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है। इससे पुलिस के मनोबल पर असर हुआ है। पुलिस कर्मियों में रोष है लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा ट्वीट किए गए इस वायरल ऑडियो में विधायक लिखी गाड़ी पर प्रतिबंधित काले शीशे लगाकर चलने वाले और यहां के विधायक करण सिंह पटेल के प्रतिनिधि विपिन पटेल लगातार जमीनों पर कब्जे को लेकर सुर्खियों में हैं लेकिन प्रशासन उस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही से कतरा रहा है।
अभी पिछले दिनों भी ललौली रोड स्थित बेश कीमती जमीन पर विवाद को लेकर कई लोग लगातार बाकायदा टेंट डालकर इसके विरुद्ध धरने पर बैठे थे लेकिन प्रशासनिक अधिकारी विपिन पटेल को ही संरक्षण देते नजर आए।ताजा मामला नगर पालिका भवन के सामने स्थित एक विवादित भूमि का है जिसमें कथित विधायक प्रतिनिधि के हस्तक्षेप से मामला लगातार गंभीर होता चला जा रहा है छोटी-छोटी बात पर त्वरित कार्यवाही करने वाली पुलिस और प्रशासन कथित विधायक प्रतिनिधि के विरुद्ध किसी भी कार्यवाही से कतरा रही है जमीन पर विवाद को देखते हुए पुलिस ने धारा 145 सीआरपीसी के तहत भूमि को कुर्क करने की रिपोर्ट क्या भेज दी की कथित विधायक प्रतिनिधि आपे से बाहर हो गए और मोबाइल से कस्बा इंचार्ज को ही दबाव में लेने लगे।
बातचीत के दरमियान ही प्रभारी निरीक्षक ने हस्तक्षेप किया किंतु तभी कथित विधायक प्रतिनिधि की भाषा शैली में कोई अंतर नहीं आया। नगर में हमेशा शांतिपूर्ण माहौल रहा है इस तरह के जबरन कब्जे के मामले यदा-कदा ही प्रकाश में आते रहे हैं लेकिन कथित विधायक प्रतिनिधि के बार-बार अवैध कब्जे को लेकर सुर्खियों में आने से आम जनमानस में भी भय व्याप्त हो रहा है प्रशासन की बेचारगी और लाचारगी यहां साफ देखी जा सकती है। जहां तक विवादित भूमि का प्रश्न है इसमें भू माफियाओं का सीधा दखल है। कुछ ऐसे कुख्यात लोगों का इस मामले में हस्ताक्षेप है जिन पर तमाम आपराधिक गतिविधियों के आरोप लगते रहे हैं अब कथित विधायक प्रतिनिधि के दखल और कई अन्य दावेदारों के सामने आने से माहौल गरम हो गया है। आम लोगों का मानना है कि कभी भी इस भूमि को लेकर बड़ा विवाद उत्पन्न हो सकता है ।
यदि प्रशासन ने कठोर और त्वरित कार्यवाही नहीं की तो पुलिस का मनोबल ही काफी नीचे चला जाएगा। पुलिसकर्मियों में भी विधायक प्रतिनिधि के ऑडियो कॉल को लेकर काफी रोष देखा गया लेकिन संपूर्ण प्रकरण पर अधिकारी कोई भी बयान देने से कतरा रहे हैं और क्षेत्रीय विधायक करण सिंह पटेल चुप हैं जब कि उन्हें स्वत: अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

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