सिक्किम में उन्नाव के लाल की मौत, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
श्री रामजानकी टाइम्स/राजेश पाण्डेय/राकेश कुमार
हिलौली उन्नाव। सिक्किम हादसे में जान गंवाने वाले उन्नाव जिले के ककरारीखेड़ा निवासी श्याम सिंह यादव के परिजनों को यूपी सरकार ने 50 लाख रुपये और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी घोषणा की है कि जिले की एक सड़क का नामकरण उनके नाम पर किया जाएगा।
गुलरिहा के मजरा ककरारी खेड़ा (शंकरबक्स खेड़ा) निवासी सुंदरलाल यादव के बेटे श्याम सिंह यादव (30) की तैनाती सात जून 2011 को सेना में 25 ग्रेनेडियर पलटन में हुई थी। मौजूदा समय में वह सिलीगुड़ी में तैनात थे। कुछ समय पहले भारतीय और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद एक पलटन सिक्किम के लिए रवाना की गई थी।
सिक्किम जाते समय शुक्रवार को जेमा के पास बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इसमें 16 जवानों की जान चली गई। इनमें श्याम सुंदर भी शामिल थे। इकलौते बेटे की मौत की सूचना जैसे ही घरवालों को मिली तो कोहराम मच गया। मां शांति, पत्नी विनीता, तीन बहनें व परिवार के अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
पिता सुंदरलाल ने बताया कि शुक्रवार रात एक अधिकारी ने फोन कर बेटे के शहीद होने की सूचना दी थी। श्याम सिंह का एक आठ साल का बेटा अमन है। पिता खेती करते हैं। शनिवार सुबह ही एसडीएम अतुल कुमार और सीओ विक्रमाजीत सिंह दिवंगत लांसनायक के घर पहुंचे और सांत्वना दी।
गुरुवार को पत्नी से हुई थी बात
श्याम सिंह यादव ने गुरुवार को आखिरी बार पत्नी विनीता से फोन पर बात की थी। शुक्रवार को पत्नी ने फोन मिलाया तो वह स्विच ऑफ था। माता-पिता की बीमारी व 16 नवंबर को सास की मौत होने पर वह 17 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आए थे। आठ दिसंबर से छुट्टी समाप्त होने पर उसी दिन ड्यूटी पर लौट गए थे।
देश सेवा करते श्याम सिंह यादव की जान जाने पर ब्लॉक क्षेत्र के दो और जवानों की कुर्बानी लोगों को याद आ गई। उस समय इन दोनों की याद में स्मारक बनवाने के वादे किए गए थे, लेकिन अभी तक अमल नहीं हो सका है। हिलौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत मवई के मजरे धनोखर निवासी फौजी शिवकांत सिंह 15 जुलाई 2006 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी संगठनों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।
शहीद की पत्नी निर्मला देवी ने बताया कि अब तक पति के नाम का स्मारक स्थल नहीं बन पाया है। हिलौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत रजवाड़ा के मजरे चंदीखेड़ा निवासी फौजी पंकज कुमार की 28 मार्च 2018 को कर्नाटक के बंगलौर साउथ सेंटर में जान चली गई थी। मृतक के बड़े भाई नीरज कुमार यादव ने बताया कि अब तक उनकी याद में स्मारक स्थल नहीं बना है। अब शहीदों के नाम पार्क बन जाए तो अच्छा रहेगा।
अग्निवीरों को तैयारी के टिप्स देते थे श्याम सिंह
हिलौली उन्नाव। श्याम सिंह यादव के सहपाठी अखिलेश ने बताया कि रायबरेली जिले के भीतरगांव स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा आठ तक और आनंदी देवी इंटर कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की थी। वह बेहद मिलनसार स्वभाव के थे। अग्निवीर बनने की तैयारी कर रहे अजीत कुमार, लवकुश यादव, आलोक यादव, अनूप यादव, सत्यम पाल ने बताया कि गांव आने पर वह तैयारी करने के लिए टिप्स देते थे।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने शनिवार देर शाम गांव पहुंचकर दिवंगत सैनिक श्याम सिंह यादव के पिता, बेटे व अन्य परिजनों को सांत्वना दी। भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार, विधायक अनिल सिंह, ब्लॉक प्रमुख दिलीप दीक्षित, दर्जा प्राप्त पूर्व राज्यमंत्री आरएस कुशवाहा, पूर्व विधायक उदयराज यादव, सपा नेता आरएस कुशवाहा ने भी सांत्वना दी।
श्याम सिंह यादव ने गुरुवार को आखिरी बार पत्नी विनीता से फोन पर बात की थी। शुक्रवार को पत्नी ने फोन मिलाया तो वह स्विच ऑफ था। माता-पिता की बीमारी व 16 नवंबर को सास की मौत होने पर वह 17 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आए थे। आठ दिसंबर से छुट्टी समाप्त होने पर उसी दिन ड्यूटी पर लौट गए थे।
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