#New Unnao_News :चरागाह की जमीन पर कब्जे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश
Shri Ramjanki Times/Rajesh Panday
ताज़ा मामला है हिलौली ब्लॉक् के ग्राम पंचायत के महारानी खेड़ा के मजरा रामदास खेड़ा का जहाँ ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान धुंनर रावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि लगभग 20 सालों से उक्त ब्यक्ति अपनी दबंगई के दम पर ग्राम पंचायत की चरागाह की जमीन पर कब्जा कर रखा है और विरोध करने पर मारपीट पर आमादा रहता है।
मामला 09/11/2020 को उपजिलाधिकारी पुरवा के दरबार मे पहुच तो तो तत्कालीन उपजिलाधिकारी राजेश चौरसिया ने मौके पर दल बल के साथ पहुँचकर जमीन पर कब्जे को रुकवाया था और आगे किसी को भी कब्जा न करने के सख्त हिदायत भी दी थी।
इससे पूर्व इसी मम्मले को लेकर ग्रामीणों ने लेखपाल से भी शिकायत की थी जिसमे तत्कालीन लेखपाल सतपाल ने जांच को ऐसा घुमाया की समझ ही नही आया वो जांच चरागाह की कर रहे है या तालाब की ।जब पत्रकारों ने लेखपाल से बात की तो उन्होंने अपनी गलती मानी और कहा मैने गलती से गलत खसरा नंबर की रिपोर्ट लगा दी थी लेकिन जांच मैंने चरागाह की ही थी जिसका नम्बर 1346 था जबकि प्रार्थना पत्र और रिपोर्ट में खसरा नम्बर 134 का ज़क्रि किया गया था जो एक तालाब का नम्बर था ।यानि ग्रामीणों ने जो शिकायत चरागाह के नम्बर की थी उसमे रिपोर्ट तालाब के नम्बर की लगा दी गयी।
एक खास बात यह रही जो बयान लेखपाल सतपाल द्वारा पूर्व प्रधान से दर्ज कराए गए थे उनमे न तो उस पूर्व प्रधान के हस्ताक्षर थे नही ही लेखपाल के हस्ताक्षर थे ।ग्रामीनी ने लेखपाल की इस हरकत से साफ आरोप लगाया कि इसमें लेखपाल की भी मिलीभगत थी।
ग्रामीणों ने बताया कि अगर चरागाह की जमीन से कब्जा पूरी तरह से नही हटा तो हमलोग आगे भी करवाई के लिए जाएंगे। इसके लिए कोर्ट भी जाना पड़ा तो पीछे नही हटेंगे।शिकायत करने वाले ग्रामीणों में रामनलखन,शिवनारायण,प्रेम शंकर,पुत्तीलाल, हरिशंकर इत्यादि लोग मौजूद रहे।
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