गांव में चल रही थी नकली शराब बनाने की फैक्ट्री, स्प्रिट मिलाकर तैयार हो रही थी शराब
आगरा। सिकंदरा के खड़वाई गांव में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। यहां पर ्प्रिरट में केमिकल मिलाकर शराब को तैयार करने के बाद उसे राजस्थान में बिकने वाले देशी शराब के ब्रांड के नकली रैपर और क्यूआर कोड लगाकर आगरा के ग्रामीण इलाकों में बेचा जा रहा था।
पुलिस ने मंगलवार की आधी रात को फैक्ट्री पर छापा मारकर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। मौके से कई सौ लीटर नकली शराब, रैपर व क्यूआर कोड बरामद किए हैं। नकली शराब को बेचने में सबका अलग-अलग कमीशन था। घर में फैक्ट्री खोलने वाले ललित को 25 फीसद हिस्सेदारी मिलती थी। जबकि उसे बाजार में खपाने वाले लोकेश की 40 फीसद हिस्सेदारी थी। इंस्पेक्टर सिकंदरा कमलेश सिंह ने बताया कि नकली शराब की फैक्ट्री संचालित करने वाले आरोपित का नाम ललित है। वह खड़वाई गांव का रहने वाला है। उसके तीन साथी लोकेश निवासी कैलाश मोड़ सिकंदरा, दिनेश निवासी सालेह नगर खेरागढ़ समेत तीन लोग मौके से भाग निकले। पुलिस के पूछताछ करने पर आरोपित ललित ने बताया कि वह अपने मकान में ही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चला रहा था। वह राजस्थान में बिकने वाली देशी ब्रांड की शराब लेकर आता था। इसमें ्प्रिरट आदि मिलाने के बाद बोतलों में पैक करके उन पर नकली रैपर व क्यूआर कोड लगाकर आसपास के ग्रामीण इलाकों में बेचता था।
आरोपित ललित ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले ही घर में ही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री खोली थी। इसमें 25 फीसद हिस्सेदारी उसकी, 40 फीसद लोकेश की बाकी दिनेश व अन्य की थी।ललित ने बताया कि वह शराब तैयार करता था। जबकि लोकेश और दिनेश इस शराब को फतेहाबाद समेत आसपास के अन्य ग्रामीण इलाकों में खपाते थे। इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित ललित को जेल भेज दिया है।
कई पेटी शराब खपा चुके थे गांवों में
आरोपित ललित ने पूछताछ में बताया कि साथी लोकेश और दिनेश कई पेटी शराब फतेहाबाद के गांवों में खपा चुके थे। नकली शराब बनाकर बेचने में उन्हें दोगुना मुनाफा होता था।
Vishal Jaiswal : Sri Ramnjanki Times
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