मां ने बनाया गिरोह, बेटे ने खड़ा किया ठगी का कारोबार
बरेली। पीतल के सिक्कों को सोने का बताकर ठगी करने वाली महिला एक दशक में गिरोह की सरगना बन गई। जैसे-जैसे लोग इसके लालच में फंसते गए वैसे ही गिरोह भी बढ़ता गया। गिरोह की सरगना ने अपने बेटे को भी इसमे शामिल कर लिया। जिसके बाद पुलिस को चकमा देकर घटनाओं को आसानी से अंजाम देने लगे। गिरोह की सरगना व उसके बेटे को शुक्रवार शाम को कलान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि छह अन्य को सदर व एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया था।
गुजरात के जूनागढ़ जिले के सावलपुर थाना क्षेत्र से एक दशक पहले गिरोह की सरगना रानी बेन व पड़ोसी, शांति बेन मोहनबाई ने मिलकर पीतल के सिक्के देकर ठगी करने की शुरुआत की थी। इसके बाद रानी बेन ने अपने बेटे रवि को भी इसमे शामिल कर लिया। गुजरात में कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद जब पुलिस उनकी तलाश में जुट गई तो मां-बेटा समेत तीनों लोग गाजियाबाद में किराये के मकान में जाकर रहने लगे। जहां गाजियाबाद के मंसूरी थाना क्षेत्र के इंद्रगढ़ी मुहल्ला निवासी कल्लू,बबलू से उनका संपर्क हुआ। इसके बाद धीरे-धीरे गिरोह के सदस्यों की संख्या बढ़ती गई। कलान पुलिस ने शुक्रवार देर रात रानी बेन व उसके बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी हो चुकी ठगी
शाहजहांपुर में पीतल के सिक्के देकर ठगी करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। एक साल पहले सिंधौली व बंडा थाना क्षेत्र में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है। जिसमे पुलिस ने आरोपितों को जेल भेजा था। लेकिन उसके बाद भी यह घटनाएं बंद नहीं हुई।
Edit & Post by : Vishal Jaiswal : Shri Ramjanki Times
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