पुलिस की कार्यप्रणाली पर भड़के सीएम योगी आदित्यनाथ, कहा...
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में आयोजित जनता दर्शन में अपनी कार्य प्रणाली को लेकर पुलिस एक बार फिर निशाने पर रही। थानों और पुलिस चैकियों पर मामलों का निस्तारण न होने के चलते न्याय की आस लेकर जनता दर्शन में पहुंचे फरियादियों की समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर मौजूद एसएसपी को इसे लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई।
पुलसि पर उठाया सवाल
सवालिया लहजे में मुख्यमंत्री ने एसएसपी से कहा कि आखिर पुलिस क्या कर रही है, जो फरियादियों को जनता दर्शन तक आने की जरूरत पड़ रही है। यदि उनके मामले का निस्तारण थानों और पुलिस चैकियों पर हो जाता तो उन्हें अपने छोटे-छोटे काम के लिए मुख्यमंत्री तक आने की जरूरत नहीं पड़ती। मुख्यमंत्री ने एसएसपी से कहा कि वह मामले का स्थानीय स्तर पर निस्तारण हर हाल में सुनिश्चित करें। ऐसा करने में हीला-हवाली करने वाले थानाध्यक्षों और चैकी इंचार्जों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
दरअसल, पुलिस की कार्य प्रणाली पर मुख्यमंत्री नाराज इसलिए हो गए क्योंकि फरियादियों में अधिक संख्या उनकी थी, जो पुलिस द्वारा मामले का संज्ञान न लेने की शिकायत लेकर आए थे। कुछ लोगों की शिकायत मुकद्मा दर्ज न होने को लेकर थी तो कुछ मुकद्मा दर्ज होने के बाद कोई कार्यवाही न होने की समस्या लेकर आए थे। मंदिर प्रबंधन की माने तो मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में करीब 100 लोगों की समस्या सुनीं, जिसमें से 50 फीसद से अधिक मामले पुलिस की लापरवाही और मनमाने रवैये के थे। मुख्यमंत्री जनता दर्शन में करीब 45 मिनट तक लोगों की समस्याएं सुनीं।
कागज की औपचारिकता पूरी करें, इलाज मेें मिलेगा सहयोग
जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में मदद की मांग को लेकर आए थे। ऐसे मामले जब मुख्यमंत्री के सामने आए तो उन्होंने बड़ी संवेदनशीलता के साथ उनकी परेशानी को सुना। ऐसे लोगों से मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वह मदद के मानक के दायरे में आते हैं तो मदद जरूर की जाएगी। इसके लिए उन्हें कागज की औपचारिकता पूरी करनी होगी। औपचारिकता पूरी होते ही इलाज की रकम अस्पताल के खाते में भेज दी जाएगी।
Edit & Post by : Vishal Jaiswal : Shri Ramjanki Times
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